गर्मी में ठंडा पानी पीने के नुकसान और सही तरीका
गर्मी के मौसम में हम जब तेज धूप मे कहीं जाते हैं या कहीं से वापस लौटते हैं, तो सबसे पहले सभी को ठंडा पानी पीने की इच्छा होती है। यह हमें तुरंत राहत तो देता है, लेकिन क्या यह आदत हमारे लिए सुरक्षित है ? इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानेंगे कि तेज धूप से आने के बाद ठंडा पानी पीने के क्या नुकसान हो सकते हैं और इससे बचने के घरेलू व आयुर्वेदिक उपाय क्या हैं।
---
1. ठंडा पानी पीने से शरीर मे अचानक झटका या झनझनाहट :-
गर्मी में शरीर का तापमान बढ़ा होता है। अचानक बहुत ठंडा पानी पीने से शरीर के तापमान में तुरंत बदलाव होता है, जिससे शरीर को एक प्रकार का थर्मल शॉक (thermal shock) लगता है, जिसके कारण चक्कर या थकावट जैसी समस्या हो सकती है।
2. गले में खराश या इंफेक्शन :-
तेज ठंडा पानी गले की कोशिकाओं को क्षति पहुंचा सकता है जिससे गले में खराश, सूजन या टॉन्सिल की समस्या हो सकती है।
3. पाचन शक्ति पर असर :-
"आयुर्वेद" के अनुसार ज्यादा ठंडा पानी जठराग्नि (पाचन अग्नि) को मंद कर देता है, और आंतों एवं पेट के अन्य अंगों मे संकुचन होता हैं। इससे भोजन पचने में दिक्कत होती है और गैस, अपच या एसिडिटी जैसी समस्या हो सकती है।
4. सिरदर्द और माइग्रेन :-
जब हमारा शरीर गर्म हो तो रक्त का प्रवाह तेज होता है।अचानक बहुत ठंडा पानी पीने से रक्त वाहिनियों में संकुचन होता हैं । जिससे हमारे शरीर के सभी अंगों एवं माथा (सर)में रक्त प्रवाह की गति अचानक बदल जाती है। जिस वजह से कुछ लोगों के सिर में तेज दर्द (brain freeze) या माइग्रेन की समस्या हो सकती है।
5. हृदय पर असर (संवेदनशील मामलों में):-
जब हमारा शरीर बहुत गर्म होता है,तो रक्त वाहिनियों में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता हैं, ताकि रक्त को तेजी से त्वचा तक पहुंचा कर शरीर के आंतरिक तापमान को नियंत्रित किया जा सके,जिस कारण हृदय की रक्त पम्प करने की गति बढ़ जाती है। यह प्रक्रिया ठीक उसी प्रकार है जैसे इंजन को ठंडा करने के लिए इंजन की ऊष्मा को पानी या अन्य तरल के माध्यम से इंजन के रेडिएटर तक पहुंचाया जाता हैं। ऐसे मे जब हृदय बहुत तेजी से रक्त पम्प कर रहा है,तो बहुत ठंडा पानी पीने से रक्त वाहिनियों मे संकुचन होता है।जिससे हृदय की धड़कन पर असर पड़ सकता है, विशेषकर हृदय रोगियों में।
---
सावधानियां और घरेलू उपाय :-
- धूप से आने के बाद पहले 5-10 मिनट छांव या कमरे में बैठकर आराम करें।
- हाथ-पैर धोएं और पसीना सूखने दें।
- सामान्य तापमान का पानी पिएं, फ्रिज का बिल्कुल नहीं।
- आयुर्वेदिक शीतल पेय लें, जैसे :-
नींबू शरबत
बेल का शरबत
जलजीरा
छाछ या मट्ठा
नारियल पानी
---
निष्कर्ष
गर्मियों में ठंडा पानी पीना राहत तो देता है, लेकिन सही समय और तरीका अपनाना बेहद ज़रूरी है। छोटी सी सावधानी आपको गले, पेट और शरीर की कई समस्याओं से बचा सकती है।
---
आपकी राय जरूरी है!
अगर यह जानकारी आपको उपयोगी लगी हो तो नीचे कमेंट करें, शेयर करें और ऐसी ही स्वास्थ्य संबंधित घरेलू जानकारी के लिए हमारे ब्लॉग को फॉलो करें।
जानें - मौसम परिवर्तन से बच्चों, वयस्क और बुजुर्गो मे होने वाली समस्या का निदान।
इसे पढ़े - नाक से खून आने की समस्या का आयुर्वेदिक उपचार।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें