पुरुषों से जुड़ी यौन समस्याओं में 'शीघ्रपतन' और 'स्वप्नदोष' दो आम लेकिन चिंता का विषय बनने वाले विकार हैं। ये ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता हैं। इस लेख में हम इन दोनों समस्याओं को विस्तार से समझेंगे — उनके कारण, लक्षण, आधुनिक और आयुर्वेदिक उपचार तथा बचाव के सरल उपाय।
🔶 शीघ्रपतन क्या है 🔶
शीघ्रपतन एक ऐसी यौन समस्या है जिसमें पुरुष संभोग के दौरान बहुत जल्दी वीर्यपात कर देता है, जिससे यौन संतुष्टि अधूरी रह जाती है।
💠प्रमुख लक्षण :-
🔹संभोग की शुरुआत के कुछ ही क्षणों में वीर्यपात होना
🔹पार्टनर को यौन संतुष्टि न करा पाना
🔹मानसिक तनाव, शर्मिंदगी और आत्मविश्वास की कमी
♻️संभावित कारण :-
🔸अत्यधिक मानसिक तनाव, चिंता, उलझन या कुंठा
🔸हस्तमैथुन की आदत
🔸कमजोर नसें (वीर्य वाही नाड़ियों की दुर्बलता)
🔸टेस्टोस्टेरोन की कमी
🔸गलत जीवनशैली या पोषण की कमी
♦️ स्वप्नदोष (Nightfall ) क्या है ♦️
स्वप्नदोष की समस्या में पुरुषों का नींद में स्वतः वीर्य स्खलन हो जाता है, जिसे 'नाइटफॉल' भी कहा जाता है।
🧩 सामान्य लक्षण :-
🔹बार-बार नींद में स्वतः वीर्यपात होना
🔹कमजोरी, थकान और आलस्य
🔹चिंता या शर्मिंदगी
🔹कभी-कभी पाचन गड़बड़ी या सिरदर्द
🚩 संभावित कारण :-
👉🏼अश्लील बातें करना, मन में अश्लील विचारों का आना या
अश्लील चित्र और वीडियो की ओर आकर्षण
👉🏼अत्यधिक हस्तमैथुन
👉🏼नींद में स्वप्न देखना (कामुक विचार)
👉🏼कब्ज या गैस की समस्या
👉🏼अनियमित खानपान
🔷 शीघ्रपतन और स्वप्नदोष में अंतर
शीघ्रपतन
🔺होने का समय-यौन क्रिया के दौरान
🔺नियंत्रण- आंशिक रूप से संभव
🔺कारण - शारीरिक, रासायनिक, मानसिक
🔺चिंता का कारण - लगातार होने पर चिंता का कारण हो सकता है।
🔺चिकित्सा सलाह - बार-बार होने पर चिकित्सा सलाह आवश्यक
स्वप्नदोष
🔹होने का समय - निंद के दौरान
🔹नियंत्रण - अनियंत्रित (स्वतः वीर्यपात)
🔹कारण - यौन विकास, हार्मोनल परिवर्तन, अश्लील विचार
🔹चिंता का कारण - कभी-कभी होना सामान्य है
🔹चिकित्सा सलाह - लगातार होने पर चिकित्सा सलाह। आवश्यक
🌿 आयुर्वेदिक दृष्टिकोण 🌿
आयुर्वेद में शीघ्रपतन और स्वप्नदोष को 'धातुक्षय' या 'शुक्रदौर्बल्य' के लक्षण माने जाते हैं। इसे वात-दोष और मनोविकार से भी जोड़ा गया है।
🍂उपयोगी आयुर्वेदिक औषधियां 🍂
🔸अश्वगंधा चूर्ण – नसों को मजबूत बनाता है और तनाव कम करता है।
🔸शिलाजीत – वीर्य की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाता है।
🔸कौंच बीज चूर्ण – यौन शक्ति को बढ़ावा देता है।
🔸सत्तावरी या सफेद मुसली – कामेच्छा बढ़ाने में सहायक।
🔸अष्टावर्ग चूर्ण / वृहद वांग भस्म – बलवर्धक और शुक्रवर्धक।
👉 सावधानी :- इनका प्रयोग किसी योग्य आयुर्वेदाचार्य या चिकित्सक की सलाह से ही करें।
🏠 घरेलू उपचार और जीवनशैली सुझाव 🏠
🥗आहार :-
🔹बादाम, अखरोट, छुहारे, खजूर आदि का सेवन करें
🔹दूध में केसर, अश्वगंधा मिलाकर पिएं
🔹तेलीय, मसालेदार व जंक फूड से परहेज करें
🧘♀️योग और प्राणायाम :-
🔸सेतुबंधासन, भुजंगासन, मूलबन्ध और वज्रासन
🔸अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका, ब्रह्मचारी मुद्रा
🔖व्यवहारिक उपाय :-
🔹अश्लील सामग्री (पोर्न, गंदी बातें आदि) से दूरी
🔹रात को सोने से पहले ध्यान या प्रार्थना करें
🔹कब्ज न होने दें — त्रिफला या हरड़ लें
👩⚕️ डॉक्टर से कब संपर्क करें 👩⚕️
🔸समस्या बार-बार हो रही हो
🔸मानसिक तनाव या वैवाहिक असंतोष बढ़ता जा रहा हो
🔸कोई भी घरेलू या आयुर्वेदिक उपाय लाभ नहीं दे रहा हो
📝निष्कर्ष
शीघ्रपतन और स्वप्नदोष गंभीर समस्याएं नहीं हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना भविष्य में यौन और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। संतुलित आहार, संयमित जीवनशैली, योग और आयुर्वेदिक उपायों के माध्यम से इन समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
📌 सुझाव
यदि आप या कोई आपके जानने वाला इस तरह की समस्या से जूझ रहा है, तो जल्द से जल्द किसी अनुभवी आयुर्वेदाचार्य या सेक्स विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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