24/6/25

"डेंगू बुखार :- कारण, लक्षण, बचाव और आयुर्वेदिक उपचार"

 🦟 डेंगू क्या है?


डेंगू एक वायरस संक्रमण है, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह बीमारी डेंगू वायरस (DENV) के चार प्रकारों(DENV-1,DENV-2,DENV-3,DENV-4) में से किसी एक के कारण हो सकती है। यह मच्छर दिन के समय, विशेषकर सुबह और शाम को अधिक सक्रिय होता है। यदि कोई डेंगू से पीड़ित रोगी एक बार स्वस्थ हो जाता है, तो उसमें केवल उसी वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है, जिससे वह संक्रमित हुआ है।उस व्यक्ति में बाकी बचें तीन वायरस से संक्रमण का खतरा बना रहता हैं।


डेंगू के कारण, लक्षण, बचाव और उपचार।


🦠 डेंगू के प्रमुख कारण


1. एडीज मच्छर का काटना (जो पहले से DENV   

    वायरस से संक्रमित हो)



2. गंदे और ठहरे हुए पानी में मच्छरों का पनपना



3. बारिश के मौसम में पानी का जमाव



4. संक्रमित व्यक्ति को  मच्छर का काटना और फिर उसी

    मच्छर द्वारा दूसरे को काटना




⚠️ डेंगू के लक्षण (Symptoms of Dengue)


🔸डेंगू बुखार सामान्यतः संक्रमण के 4-10 दिन बाद

      लक्षण दिखाता है।


🔸तेज बुखार (102°F से अधिक)


🔸सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द


🔸मांसपेशियों और जोड़ो में दर्द (इसे "हड्डी तोड़ बुखार"

     भी कहते हैं)


🔸थकान और कमजोरी


🔸त्वचा पर लाल चकत्ते (Rashes)


🔸मतली और उल्टी


🔸 प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट


🔸नाक या मसूड़ों से खून आना (गंभीर मामलों में)





🛡️ डेंगू से बचाव के उपाय


मच्छर के प्रजनन को रोकें :-


▪️पानी जमा न होने दें (कूलर, गमले, टायर आदि में)



व्यक्तिगत सुरक्षा :-


▪️फुल आस्तीन के कपड़े पहनें


▪️मच्छरदानी का प्रयोग करें


▪️मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे लगाएं



घर में सफाई बनाए रखें :-


▪️कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें


▪️घर के आसपास की नालियों को साफ रखें



सावधानी :-


▪️दिन में सोते समय भी मच्छरदानी का प्रयोग करें

    (एडीज मच्छर दिन में काटता है)




🌿 डेंगू का आयुर्वेदिक उपचार


नोट :- डेंगू में आयुर्वेदिक उपचार को केवल सहायक चिकित्सा के रूप अपनाएं । डॉक्टर की सलाह आवश्यक है।




🔺 गिलोय (Tinospora cordifolia)


रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है


1 कप गिलोय का काढ़ा दिन में दो बार


🔺पपीते के पत्तों का रस


प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक


2 चम्मच रस दिन में 2-3 बार


🔺तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा


बुखार नियंत्रित करता है


5 तुलसी पत्ते + 2 काली मिर्च उबालें, दिन में दो बार सेवन करें


🔺अनार और गाजर का जूस


खून की मात्रा और प्लेटलेट्स के लिए उपयोगी


🔺नारियल पानी और तरल पदार्थ


शरीर को हाइड्रेट रखता है और विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक


🚨 डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें?


🔹प्लेटलेट्स 20,000 से नीचे गिर जाएं


🔹अत्यधिक कमजोरी या चक्कर


🔹नाक से खून बहना या पेशाब में खून


🔹बार-बार उल्टी





📌 निष्कर्ष (Conclusion)


डेंगू एक गंभीर लेकिन नियंत्रण योग्य बीमारी है। समय पर डेंगू के लक्षणों की पहचानकर डॉक्टरी और आयुर्वेदिक उपचार से स्वस्थ हो सकते है। स्वस्थ दिनचर्या और स्वच्छता ही डेंगू से सबसे बड़ा बचाव है।




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